
भानु ठाकुर राजगढ़। जिले की कुख्यात झगड़ा प्रथा किस तरह रिश्तों को खून में डुबो रही है, इसका ताजा और भयावह उदाहरण भोजपुर थाने की सीमा में सामने आया है। यहां एक सास-ससुर ने अपने ही दामाद की हत्या की साजिश रच डाली — सिर्फ इसलिए कि उन्हें झगड़ा प्रथा के तहत तय राशि न चुकानी पड़े। इस नृशंस साजिश में उनका साथ दिया उसी दामाद की प्रेमिका के पति ने, जिसने पहले ही अपनी पत्नी के साथ अवैध संबंधों को लेकर हत्या के शिकार युवक पर बलात्कार का मामला दर्ज कराया था।

हत्या की कहानी: प्रेम, पाप और प्रपंच का जाल
मृतक भूरालाल के संबंध आरोपी चंदर सिंह की पत्नी से थे। इसी अवैध संबंध से क्षुब्ध होकर चंदर सिंह ने पहले तो झालावाड़ जिले में भूरालाल पर बलात्कार (धारा 376) का प्रकरण दर्ज कराया। जेल से छूटने के बाद भी भूरालाल ने पीछा नहीं छोड़ा, जिससे चंदर और भी उग्र हो गया।

उधर, भूरालाल के ससुर चंदालाल और शोभा भाई भी उससे परेशान थे क्योंकि अगर मामला पंचायत में जाता, तो उन्हें “झगड़ा प्रथा” के तहत मोटी रकम चुकानी पड़ती। तब तीनों — चंदर, चंदालाल और शोभा भाई — ने मिलकर साजिश रची और पहुंचे डांगीपुरा के एक कथित तांत्रिक बीरम सिंह के पास। बीरम सिंह ने दो लाख में हत्या की ‘सौदेबाजी’ की, जो डेढ़ लाख में तय हुई।

मित्र बना माध्यम, तांत्रिक बना जल्लाद
हत्या की सबसे चालाक कड़ी बनी भूरालाल का दोस्त माखन सिंह, जिसने मात्र ₹10,000 में अपने दोस्त को धोखे से मौत के मुंह में धकेल दिया। उसने पार्टी का बहाना बनाया और भूरालाल को तांत्रिक बीरम सिंह के ठिकाने तक पहुंचा दिया। वहां पहले उसे ज़हरीली दवा पिलाई गई, फिर काले जादू की आड़ में गला घोंटकर मार डाला गया।

जांच खुली तो उड़े होश, 8 गिरफ्तार
11 जून 2025 को जब भूरालाल लापता हुआ और फिर उसका शव मिला, तो उसके भाई की शिकायत पर जांच शुरू हुई। भोजपुर थाना प्रभारी रजनीश सिरोटिया ने एसपी अमित तोलानी के मार्गदर्शन में कार्रवाई को अंजाम दिया। तफ्तीश में जब पूरा षड्यंत्र खुला, तो 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें ससुर, सास, प्रेमिका का पति, माखन सिंह, तांत्रिक बीरम सिंह और उसके तीन बेटे शामिल हैं — राजेश, दिनेश और महेश।

विश्लेषण: जब न्याय की जगह ले लेता है अंधविश्वास और स्वार्थ
इस हत्याकांड ने न केवल मानवता को शर्मसार किया है, बल्कि यह भी उजागर किया है कि कैसे झगड़ा प्रथा और सामाजिक कुरीतियां लोगों को अपनों के खून से हाथ रंगने को मजबूर कर रही हैं। रिश्ते अब मोलभाव का हिस्सा बनते जा रहे हैं और न्याय की जगह अंधविश्वास, लालच और निजी स्वार्थ ने ले ली है।

वर्जन। इस हत्या के मामले में शामिल 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें एक महिला भी शामिल है। सभी को जेल भेज दिया है। आगे अभी पूरी जांच चल रही है।
अमित तौलानी एसपी राजगढ़