राजगढ़ की बेटी ने रचा इतिहास
पहले ही प्रयास में UPSC फॉरेस्ट सर्विस में देशभर में 9वीं रैंक

राजगढ़। भानु ठाकुर…
राजगढ़ जिले के चंदर पुरा गांव की बेटी अंजलि सोंधिया ने अपने पहले ही प्रयास में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की प्रतिष्ठित इंडियन फॉरेस्ट सर्विस (IFS) परीक्षा में देशभर में 9वीं रैंक हासिल कर न केवल अपने जिले बल्कि पूरे मध्यप्रदेश और सोंधिया समाज का नाम रोशन किया है।
अंजलि के पिता स्व. सुरेश सोंधिया वन विभाग में ठेकेदार रहे, लेकिन कुछ वर्षों पूर्व लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया। पिता के जाने के बाद भी अंजलि ने हार नहीं मानी, बल्कि कठिन परिस्थितियों को ताकत बनाकर अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहीं।
अंजलि ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आरके एकेडमी ब्यावरा से पूरी की। अंजलि के परिवार में सभी बच्चे पढ़ाई में अव्वल हैं। वह खुद बचपन से ही पढ़ाई के प्रति समर्पित रहीं। शिक्षा के हर चरण में उन्होंने संघर्ष को साथी बनाया और सफलता को अपना परिचय।
अंजलि की सफलता इसलिए भी विशेष है क्योंकि उन्होंने उस समाज से निकलकर यह मुकाम हासिल किया है, जहां आज भी बेटियों को बाल विवाह और ‘झगड़ा प्रथा’ जैसी कुप्रथाओं के बंधनों में जकड़ने की प्रवृत्ति देखी जाती है।
लेकिन अंजलि ने पढ़ाई की इच्छा जताकर यह साबित किया कि “पहले बेटियों को पढ़ाओ, फिर विवाह की रचाओ।” उन्होंने अपने जीवन से यह संदेश दिया कि बेटियाँ सिर्फ परिवार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे समाज की ताकत बन सकती हैं।
उनकी यह ऐतिहासिक उपलब्धि सोंधिया समाज की बेटियों के लिए एक नई रोशनी है, जो अब अपने सपनों को उड़ान देने से नहीं डरेंगी।
समाज के वरिष्ठजनों, शिक्षकों और जनप्रतिनिधियों ने अंजलि को बधाई देते हुए इसे पूरे समाज की सामूहिक विजय बताया है। अंजलि आज युवाओं के लिए एक आदर्श बन चुकी हैं।