
तिरंगा यात्रा में शामिल लोग।
राजगढ़, 17 मई 2025
देश की सीमाओं पर लहराया पराक्रम का परचम और राजगढ़ की धरती पर दिखा जन-जन का उत्सव। राष्ट्रीय सुरक्षा नागरिक मंच की अगुवाई में तिरंगा यात्रा का भव्य आयोजन ऐसा था, जैसे पूरा शहर राष्ट्रप्रेम की रगों से लहक उठा हो। भारत की सैन्य कार्रवाई में मिली बड़ी सफलता की खुशी, जब सड़कों पर तिरंगे के रूप में उतर आई, तो हर मोड़, हर चौराहा देशभक्ति के नारों से गूंज उठा।

भारत माता की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि से आरंभ हुई यात्रा, जहां गार्ड ऑफ ऑनर और माल्यार्पण के साथ आस्था व सम्मान का संगम देखने को मिला। मंत्री नारायण सिंह पवार, सांसद रोडमल नागर, विधायक अमर सिंह यादव और हजारीलाल दांगी व जिला ज्ञानसिंह गुर्जर, महामंत्री देवीसिंह सोंधिया, प्रताप मण्डलोई, रघुनंदन शर्मा, अमित शर्मा, केपी पंवार, जगदीश पंवार, विनोद साहू , बलराम टांक, ईश्वर सिंह, संदीप कटारिया, मनीष जोशी, बद्री दांगी, अजय ठाकुर समेत कई जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी ने यात्रा को गरिमा दी, तो वहीं हजारों आम नागरिकों की भागीदारी ने इसे जनआंदोलन में बदल दिया।

रास्तों में बिछे फूल, गूंजते नारे और मिलता समर्थन .
शहर के प्रमुख मार्गों पर जैसे-जैसे यात्रा आगे बढ़ी, घरों की छतों से लेकर दुकानों की दहलीज़ तक, हर ओर पुष्पवर्षा और जलपान के साथ लोगों ने देशप्रेम का स्वागत किया। इस यात्रा की सबसे खास बात थी हिंदू-मुस्लिम समाज की एकजुट भागीदारी, जिसने पुराने बस स्टैंड पर संयुक्त स्वागत कर एकता की मिसाल पेश की।
भीड़ में टूटा मंच, पर नहीं टूटी हिम्मत —
इस उत्सव के बीच एक क्षण ऐसा भी आया जब स्वागत मंच अचानक गिर गया। कुछ लोगों को हल्की चोटें आईं, लेकिन ना किसी के हौसले डगमगाए, ना यात्रा की रफ्तार थमी। मंच टूटा, मगर संकल्प और सौहार्द की नींव और मजबूत हो गई।
अंतिम पड़ाव: बिरसा मुंडा चौराहा — एक नई चेतना की पुकार
समापन स्थल पर वक्ताओं ने जब भारत की सैन्य क्षमता, नागरिक चेतना और सामाजिक एकता पर अपने विचार रखे, तो माहौल एक प्रेरणादायक ऊर्जा से भर गया। यह तिरंगा यात्रा एक संदेश बनकर उभरी — कि जब बात देश की हो, तो राजगढ़ एकजुट होकर खड़ा होता है, नारे लगाता है, और तिरंगे को दिलों में उतार लेता है।