तख्तियां उठाकर बोले- अब नहीं करेंगे जुर्म! राजगढ़ पुलिस का बड़ा धमाका

राजगढ़। जिले के अपराध प्रभावित गांवों में पुलिस के ‘ऑपरेशन प्रहार’ का दबाव अब साफ दिखने लगा है। रविवार को कड़िया, हुलखेड़ी और गुलखेड़ी गांवों के 44 आरोपियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। तख्तियों पर ‘अपराध छोड़ो, समाज जोड़ो’ का संदेश लिखकर इन युवाओं ने नई जिंदगी शुरू करने का संकल्प लिया। पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा के निर्देशन में बीते कुछ महीनों से इन गांवों में सख्त अभियान चल रहा था। गांवों में दबिश, तलाशी और गिरफ्तारी की लगातार कार्रवाई के बाद हालात इस मोड़ पर पहुंचे कि अपराधियों को आत्मसमर्पण के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा। एसपी मिश्रा ने कहा, “हमारा मकसद केवल अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजना नहीं है, बल्कि उन्हें सुधार कर समाज की मुख्यधारा में लाना भी उतना ही जरूरी है।” उन्होंने साफ किया कि आत्मसमर्पण करने वालों को अवसर मिलेगा, लेकिन अगर दोबारा अपराध किया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। बताया गया कि करीब दस दिन पहले कड़िया गांव में पुलिस ने 18 घंटे लंबा सर्च ऑपरेशन चलाया था। इसमें 186 पुलिसकर्मियों ने गांव-गांव छानबीन की थी। अभियान के बाद 25 आरोपियों ने पहले सरेंडर किया था। अब 44 और अपराधियों ने हथियार डाल दिए हैं। आत्मसमर्पण कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने भी उत्साह से भागीदारी की। कई बुजुर्गों ने आरोपियों को गले लगाकर स्वागत किया और उन्हें अपराध का रास्ता छोड़ने की नसीहत दी। एसपी ने आत्मसमर्पण करने वालों से कहा कि पुलिस समाज के भले के लिए काम कर रही है। सुधार की राह चुनने वालों को मदद दी जाएगी। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।